पुनर्भव : महायोद्धा पाणिनि का उदय ('PANINI' Series) (Hindi Edition)
जैन, आशुतोष
देवताओं का एक कट्टर दुश्मन, शक्ति और अमरता की अपनी निरंतर खोज में, हजारों वर्षों की गुप्त यात्रा करते हुए कलियुग में पहुँच गया है। एक ऐसे काल खंड में, जब धर्म के अभाव में देवता निष्क्रिय हो कर योग-निद्रा में सो चुके हैं। खतरा बहुत बड़ा है। अब विध्वंसकारी शक्तियों के सामने सृष्टि असुरक्षित खड़ी है।
इस बीच, सियाचिन की बर्फीली पहाड़ी इलाके में अजीब घटनाएं घट रही हैं, जिनके केंद्र में है भारतीय सेना स्पेशल फोर्स ’२२’ का नौजवान कैप्टन अभिनव त्रिवेदी। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाए, कैप्टन अभिनव और उसका कमांडिंग ऑफिसर मेजर रवि चंद्रा अपने आप को पृथ्वी से बहुत दूर एक रहस्यमयी, अनजान और जादुई दुनिया में पाते हैं।
सृष्टि और पंचतत्व के पल-पल खुलते नए रहस्यों के बीच एक विलक्षण बालक सनत कुमार (एक ब्रह्मऋषि जो कि समय जितने ही प्राचीन हैं) अभिनव को उसकी नियति और सृष्टि पर मंडरा रहे खतरे के बारे में बताता है।
आशंकाओं और अनिश्चितताओं से घिरा यह बहादुर सैनिक अपनी नियति की ओर पहला कदम बढ़ाता है मगर तभी एक मायावी प्राणी उस पर हमला कर देता है और उसको बुरी तरह घायल कर देता है। अब केवल चमत्कारी सोमरस ही अभिनव को निश्चित मृत्यु से बचा सकता है।
मेजर रवि और गायत्री (जो कि एक शक्तिशाली मंत्र की भौतिक अभिव्यक्ति है) सोमरस को पाने के लिए गंधर्व लोक की अलौकिक और अनूठी भूमि की यात्रा पर निकलते हैं। किन्तु गंधर्व लोक में दुश्मन उनका इंतज़ार कर रहा है। दिव्य जीव ‘याली’ (ब्रह्मांड की ऊर्जा के संरक्षक) की मदद से वे जल्द ही, एक ऐसी लड़ाई लड़ेंगे जो उनके जीवन को हमेशा के लिए बदल कर रख देगी।
अभिनव बच तो जाएगा मगर क्या वो सनत कुमार की अपेक्षा पर खरा उतर पाएगा?
कौन है सृष्टि का वो दुर्दांत शत्रु जिससे देवता भी डरते हैं? आखिर वो ऐसा क्या करने वाला है जो कि सृष्टि को पूरी तरह तबाह कर देगा?
अभिनव अकेला है या फिर कोई है जो उसकी मदद के लिए समय की धुंध से बाहर आएगा? कौन है और कहाँ है वो महायोगी – महायोद्धा ‘पाणिनि’ जिसके लिए उसका आत्मबल ही अंतिम हथियार है?
‘पुनर्भव: महायोद्धा पाणिनि का उदय’ – इन सब सवालों के जवाब देती एक ऐसी हैरान कर देने वाली कथा जो कि पौराणिक कथाओं, श्रीमद्भगवद गीता, उपनिषदों और पुराणों के गहन ज्ञान के साथ आपको अपने अनोखे, जादुई ब्रह्मांड में खींच लेगी।
इस बीच, सियाचिन की बर्फीली पहाड़ी इलाके में अजीब घटनाएं घट रही हैं, जिनके केंद्र में है भारतीय सेना स्पेशल फोर्स ’२२’ का नौजवान कैप्टन अभिनव त्रिवेदी। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाए, कैप्टन अभिनव और उसका कमांडिंग ऑफिसर मेजर रवि चंद्रा अपने आप को पृथ्वी से बहुत दूर एक रहस्यमयी, अनजान और जादुई दुनिया में पाते हैं।
सृष्टि और पंचतत्व के पल-पल खुलते नए रहस्यों के बीच एक विलक्षण बालक सनत कुमार (एक ब्रह्मऋषि जो कि समय जितने ही प्राचीन हैं) अभिनव को उसकी नियति और सृष्टि पर मंडरा रहे खतरे के बारे में बताता है।
आशंकाओं और अनिश्चितताओं से घिरा यह बहादुर सैनिक अपनी नियति की ओर पहला कदम बढ़ाता है मगर तभी एक मायावी प्राणी उस पर हमला कर देता है और उसको बुरी तरह घायल कर देता है। अब केवल चमत्कारी सोमरस ही अभिनव को निश्चित मृत्यु से बचा सकता है।
मेजर रवि और गायत्री (जो कि एक शक्तिशाली मंत्र की भौतिक अभिव्यक्ति है) सोमरस को पाने के लिए गंधर्व लोक की अलौकिक और अनूठी भूमि की यात्रा पर निकलते हैं। किन्तु गंधर्व लोक में दुश्मन उनका इंतज़ार कर रहा है। दिव्य जीव ‘याली’ (ब्रह्मांड की ऊर्जा के संरक्षक) की मदद से वे जल्द ही, एक ऐसी लड़ाई लड़ेंगे जो उनके जीवन को हमेशा के लिए बदल कर रख देगी।
अभिनव बच तो जाएगा मगर क्या वो सनत कुमार की अपेक्षा पर खरा उतर पाएगा?
कौन है सृष्टि का वो दुर्दांत शत्रु जिससे देवता भी डरते हैं? आखिर वो ऐसा क्या करने वाला है जो कि सृष्टि को पूरी तरह तबाह कर देगा?
अभिनव अकेला है या फिर कोई है जो उसकी मदद के लिए समय की धुंध से बाहर आएगा? कौन है और कहाँ है वो महायोगी – महायोद्धा ‘पाणिनि’ जिसके लिए उसका आत्मबल ही अंतिम हथियार है?
‘पुनर्भव: महायोद्धा पाणिनि का उदय’ – इन सब सवालों के जवाब देती एक ऐसी हैरान कर देने वाली कथा जो कि पौराणिक कथाओं, श्रीमद्भगवद गीता, उपनिषदों और पुराणों के गहन ज्ञान के साथ आपको अपने अनोखे, जादुई ब्रह्मांड में खींच लेगी।
Կատեգորիաներ:
Տարի:
2021
Հրատարակչություն:
Independently published
Լեզու:
hindi
Սերիաներ:
'PANINI' Series
Ֆայլ:
EPUB, 1.42 MB
IPFS:
,
hindi, 2021